Damoh News, दमोह पुलिस की बड़ी कार्रवाई जप्त किया बड़ी मात्रा में अवैध गांजा, 1 आरोपी को किया गिरफ्तार
दमोह, मध्य प्रदेश: दमोह जिले में अपराधों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी के बीच पुलिस ने एक बार फिर से अवैध नशे के कारोबार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। हाल ही में पथरिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक गांजा तस्कर को गिरफ्तार कर लिया, जिसके पास से लगभग 3 किलो अवैध गांजा बरामद हुआ है। यह कार्रवाई पुलिस की सक्रियता और सूचनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया का परिणाम है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पथरिया थाना क्षेत्र में पुलिस को एक मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी कि एक व्यक्ति अवैध गांजे की खेप लेकर सप्लाई करने आया है। सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया। टीम ने मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचकर घेराबंदी की और एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी का खुलासा
गिरफ्तार आरोपी की पहचान की जा रही है, और पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह इस गांजे की खेप को स्थानीय बाजार में सप्लाई करने आया था। उसके पास से बरामद गांजे की कीमत का अभी तक कोई खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह राशि काफी अधिक हो सकती है।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। थाना प्रभारी सुधीर बेगी ने कहा, “हम लगातार नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। हमारी टीम ने फिर से एक सफल अभियान चलाया और एक गांजा तस्कर को पकड़ लिया।”
अवैध नशे का कारोबार
दमोह जिले में अवैध नशे का कारोबार दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है, और पुलिस की लगातार कोशिशों के बावजूद तस्करों के हौसले कम नहीं हो रहे हैं। इस क्षेत्र में पुलिस कई बार अभियान चला चुकी है, लेकिन तस्कर बेखौफ होकर अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए हैं।
पुलिस के अनुसार, इस प्रकार के मामलों में गिरफ्तारियों के बावजूद, तस्करों के नेटवर्क को खत्म करना एक चुनौती है। उन्होंने बताया कि सूचना नेटवर्क को मजबूत करने के लिए वे स्थानीय समुदाय के साथ काम कर रहे हैं ताकि इस तरह की गतिविधियों की जानकारी समय पर मिल सके।
स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उन्हें उम्मीद है कि पुलिस आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रखेगी। नागरिकों का मानना है कि अगर पुलिस ऐसे ही सक्रिय रहती है, तो अवैध नशे का कारोबार कुछ हद तक नियंत्रित हो सकता है।
सामाजिक संगठनों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और कहा है कि नशे के कारोबार पर रोक लगाना एक सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से आग्रह किया है कि वे जागरूकता कार्यक्रम चलाएं ताकि लोग नशे के दुष्प्रभावों को समझ सकें और अपने बच्चों को इस जाल में फंसने से बचा सकें।
निष्कर्ष
दमोह जिले में अवैध नशे के कारोबार पर नकेल डालने के लिए पुलिस की कार्रवाई महत्वपूर्ण है। लेकिन इसे पूरी तरह से खत्म करने के लिए केवल पुलिस कार्रवाई ही नहीं, बल्कि सामुदायिक सहयोग और जागरूकता भी आवश्यक है। पुलिस की सक्रियता और नागरिकों का समर्थन मिलकर इस समस्या को सुलझाने में सहायक हो सकता है। आगे भी ऐसे अभियानों की आवश्यकता बनी रहेगी, ताकि युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाया जा सके और समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।